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अक्ल सबसे अफ़ज़ल है।dastan no 31

* ﷽✨✨✨✨ *
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 _ * कहानी नंबर _31 *
 * * "अक़्ल सबसे अफ़ज़ल है" *
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 एक दिन, जिब्राईल  (अ,) अल्लाह के  हुक्म से आदम (अ,)के पास  आया और कहा: हे अल्लाह के पैगंबर  (अ,), मैं अल्लाह की तरफ से तीन चीजें लाया हूं और आप इन तीन चीजों में से एक को चुन सकते हैं !! हज़रत आदम (अ,) ने पूछा कि ये तीन चीज़ें क्या हैं? हज़रत जिब्राईल (अ,) ने कहा कि ये तीन चीज़ें हैं अक्ल, हया और दिन हैं!! हज़रत आदम (अ,) मैं इनमें से अक्ल का चयन करता हूं। जिब्राईल (अ,) ने दीन और हया को वापस जाने के लिए कहा। दीन और हया ने उनसे कहा: हे जिब्राईल (अ,) हमें हुक्म दिया गया है कि जहां अक्ल है  आप दोनों को वहाँ रहना है। हम अक्ल से अलग नहीं हो सकते। "*
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 इस से ये मालूम होता है कि अगर किसी के पास अक्ल है तो वो दिन और हया से अलग नहीं हो सकता है ।इसका मतलब अगर कोई बे हायाई करे और दिन के खिलाफ कुछ बोले तो असल में वो अक्ल मंद ही नहीं हो सकता है।मजनून ज़रूर हो सकता है।
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 "दस्तानाई उसूल काफ़ी, मोहम्मद मोहम्मदी अष्टर्दी, पृष्ठ।34"
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*✨✨✨✨✨ ﷽✨✨✨✨*
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☑ *داستان نمبر _87*
*📖"عقل سب سے افضل ہے"*
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*✍🏻"ایک دن حضرت جبرائيل(؏) الله تعالى كےحكم سے حضرت آدم(؏) كے پاس آۓ اور كہا كہ اے نبى خدا(؏) ميں خدا كى طرف سے تين چيزيں لايا ہوں اور آپ ان تين ميں سے ايک چيز كو انتخاب كرسكتے ہيں!! حضرت آدم(؏) نے پوچھا كہ وہ تين چيزيں كيا ہيں؟ حضرت جبرائيل(؏) نے كہا كہ وہ تين چيزيں عقل، حيا، اور دين ہيں!! حضرت آدم(؏) نے فرمايا ميں ان تين چيزوں ميں سے عقل كا انتخاب كرتاہوں،، اس پر حضرت جبرائيل(؏) نے دين اور حيا سے كہا كہ آپ دونوں واپس چلى جائيں،، اس پر دين اور حيا نے كہا كہ اے جبرائيل(؏) ہميں حكم ديا گيا ہے كہ جہاں عقل ہو تم دونوں نے وہيں رہنا ہے ہم عقل سے جدا نہيں ہوسكتيں"*
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*🤔"نتیجہ و مقام عبرت ونصیحت"🤔*
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*"پس معلوم ہوا كہ جس كے پاس عقل، شعور، بصيرت ہو تو اس كے پاس ہى دين اور حيا ہو سكتی ہے اگر كسى كے پاس سوچنے سمجھنے صحيح راۓ قائم كرنے كى صلاحيت نہ ہو تو اس كا دين اور اس كى حياء اسے كوئى فائدہ نہيں پہنچاۓ گى"*
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*📚حوالہ"داستانہاى اصول كافى، محمد محمدى اشتہاردى، ص,۳۴"*
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*📿امام_زمانہ (عج) کے ظھور  میں  تعجیل  کے لئے صلوات___ألـلَّـھُــــــمَــ ؏َـجــــــــــِّـلْ لِوَلــــــیِـڪْ ألــــــــــْـفـــــَـرَج!📿*
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