आमाले दहवुल अर्ज़( यानी जिस दिन ज़मीन बिछाई गई) कल का दिन ज़मीन के निर्माण का दिन है,इस दिन के कुछ मखसूस आमल वारिद हुए है,जिनमें से अगर कोई इस दिन रोज़ा रखता है तो उसे 70 साल के रोज़ा रखने का सवाब मिलेगा। ➡️ आमाल। 1️⃣ रोज़ा 2️⃣ गुस्ल 3️⃣ दो रकत नमाज़ पढ़ना ज़ोहर के वक़्त जिसके पढ़ने का तरीका ये है कि हर रकात में सूरे हम्द के बाद पांच बार सुरे शम्श और नमाज़ के बाद पढ़े, ला हौला वला कूव्वता इल्ला बिल्ला हिल अलियुल अज़ीम,। 4️⃣जियारत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम। और बहुत सी दुवाओं का ज़िक्र मोफातिह में हुआ है अगर कोई पढ़ना चाहे तो पढ़ सकता है। share please contact us +989056936120 https://chat.whatsapp.com/FIWUARZSWJ3CRi91NbEeZr ❤️25ذی القعده..... دحوالارض اس دن روزہ رکھنا ستر 70 سال کے گناہوں کا کفارہ ہے سال کے چار اہم دنوں میں سے ایک اہم اور عظیم دن (روزِ دحو الارض) ہے. یہ دن حضرت ابراھیم اور حضرت عیسیؑ کی پیدائش کا دن بھی ہے. یعنی 25 ذیقعدہ کا دن مورخہ 17 جولائی 2020، بروز جمعہ . دحو الارض کے معنی زمین کو پھیلانے کے ہیں. ابتدا میں زمین کی پوری سطح، پانی سے ڈھکی ہوئی تھی. اس پر
इस्लामिक वाक़ेआत