* ﷽✨✨✨✨ * * ⊰⊰✿✿⊱⊱ ┈┈ •• * _ * कहानी नंबर _21 * * Reward मोमिन को प्रसन्न करने का प्रतिफल" * * ⊰⊰✿✿⊱⊱ ┈┈ •• * * * "अल्लाह ने हज़रत दाऊद (अ.स.) से बात की और कहा कि जो कोई भी मेरा सेवक" हस्ना "के साथ मेरे पास आएगा, मैं उसके लिए जन्नत घोषित कर दूंगा !! हज़रत दाऊद (अ.स.)। नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने पूछा, “हस्ना, क्या है?” तो अल्लाह कहता है, कि इस से मुराद किसी मोमिन भाइ का ख़श करना है, चाहे ये खजुर से ही क्यों ना हो,! इसलिये हमें चाहिये की हम अपने मोमिन भाइ को खुश करें और उन्हें अपने घर दावतों पर बुलाऐं और माहे रमज़ान में तो बहुत जॉेयादा सवाब है! * ⊰⊰✿✿⊱⊱ ┈┈ •• * * संदर्भ: "दस्तानाई उसूल काफ़ी, मोहम्मद मोहम्मदी इश्तेहारदी, पृष्ठ 473 * ⊰⊰✿✿⊱⊱ ┈┈ *✨✨✨✨✨ ﷽✨✨✨✨* *•┈┈•┈┈•┈┈••⊰⊰✿✿⊱⊱••┈┈•┈┈•┈┈••* *📖"مومن كو خوش كرنے كى پاداش"* *•┈┈•┈┈•┈┈••⊰⊰✿✿⊱⊱••┈┈•┈┈•┈┈••* *✍🏻"خداوند متعال نے حضرت داؤد عليہ السلام پر وحى نازل كى اور فرمايا كہ ميرے بندوں ميں سے جو بندہ بھى ’’حسنہ‘‘ لے كر ميرے پاس آۓ گا تو ميں اس كے لئے بہشت قرار دوں گا!!۔
इस्लामिक वाक़ेआत