* 🌹✨✨✨ بسمہ تعالی🌹✨✨✨ * * 🌹वेलायत, हज़रत अली (अ.स.) * 55 ,दास्तान नंबर, ➡️ * मरहूम शेख अब्बास कुम्मी (अल्लाह उन पर रहमत नाजिल करे) अपनी किताब (तोहफतुर रज़विया) में लिखते हैं कि जब मुल्ला अहमद मुक़द्दस अर्दबिली (रज़,) जब उन्होंने इस दुनिया को छोड़ दिया, तो एक मुजाहिद ने उन्हें एक ख्वाब में देखा कि वह हज़रत अमीर अलैहिस्सलाम के रोज़े से सबसे अच्छी हालत में बाहर तशरीफ ला रहे थे। हरम के बाहर जाकर, मुजतहिद ने मरहूम मुक़द्दस अर्दबिली से पूछा कि आप इतने महान पद पर कैसे पहुंचे? * * मुकद्दस अर्दबिली: मैंने अमाल के बाजार को हल्का देखा, लेकिन , यानी अमल कुबुलियत का बाईस हो ऐसा बहुत कम होता है लेकिन इस कब्र के मालिक (हजरत अली इब्न अबी तालिब (अ.स.) कि विलायत ने मुझे बहुत फायदा दिया है *और मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है इस लिए हमें सिर्फ अमाल पर ही भरोसा नहीं करना चाहिए बल्कि विलायत का दामन साथ में रखना चाहिए । share please contect us +989056936120 https://chat.whatsapp.com/FIWUARZSWJ3CRi91NbEeZr * • ⊰⊰✿✿⊱⊱ • •• * *1दास्तान अज़ ओलमा, पृष्ठ 8 * * • ⊰⊰✿✿⊱⊱ • •• * اللھم صل ع
इस्लामिक वाक़ेआत