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शौहर की इताअत का इनाम,dastan no 50

* 🌹✨✨✨ بسمہ تعالی🌹✨✨✨ *

         * * पति की इताअत का इनाम 
           (दास्तान नम्बर,50)

 * पैगंबर(स,) के समय में, अंसार में से एक अपनी कुछ जरूरतों के कारण शहर से बाहर चला गया और उसने अपनी पत्नी से एक वादा लीया कि जब तक मैं वापस न आऊं तुम्हें घर नहीं छोड़ना है।  बाद में इस महिला को खबर मिली कि इसका बाप बीमार हो गया है, इसलिए उसने रसुल (स,)की खिदमत में एक संदेश भेजा कि मेरा पति दूसरे शहर में गया है और उसने मुझसे वचन लिया कि जब तक वह नहीं आए मैं घर से बाहर नहीं जाऊँ  मेरे पिता बीमार हैं, इसलिए उस स्थिति में, क्या आप मुझे उनसे मिलने का आदेश दे सकते हैं? *
 नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने कहा: अपने घर में बैठो और अपने पति का पालन करो। जब बीमारी बढ़ी तो इस महिला ने फिर कहा कि बीमारी बढ़ गई है।
 आपने कहा: घर पर बैठो और अपने पति की बात मानो।
 * वालिद का इन्तेक़ाल होगया  उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए संदेश भेजा? *
 नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने कहा: घर पर रहो और अपने पति की बात मानो जब उस व्यक्ति (पिता) को दफनाया गया। *
  अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने उसे यह कहते हुए एक संदेश भेजा कि "तुमने अपने पति की बात मानी है, और अल्लाह तआला ने तुम्हें और तुम्हारे पिता को तुम्हारे इस अमल के ज़रिए बख़्श दिया है।"

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 * *1। बेहारुल अनवार जिल्द 22 पेज 145 *
 اللھم صل علي محمد و آل محمد وعجل فرجلم📿 *
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        *🌹شوہر کی اطاعت کا اجر🌹*


*حضرت رسول خدا صلی اللہ علیہ وآلہ وسلم کے زمانہ میں انصار میں سے ایک شخص اپنی بعض ضرورتوں کے سبب شہر سے باہر گیا اور اپنی زوجہ سےعہدوپیمان لیا کہ جب تک میں واپس نہ آجاؤں تب تک تم گھر سے باہر  مت نکلنا شوہر کے جانے کے بعد اس عورت کو خبر ملی کہ اسکاباپ بیمار ہے لہذا اس نے رسول خدا کی خدمت میں پیغام بھیجا کہ میرا شوہر دوسرے شہر گیا ہے اور اس نے مجھ سے عہد لیا ہیکہ اسوقت تک میں گھر سے باہر نہ نکلوں جب تک وہ نہ آجاے اور میرا باپ بیمار ہے لہذا ایسی صورت میں آپ مجھے حکم دیں کہ میں انکی عیادت کو جاؤں؟*
*آنحضرت نے ارشادفرمایا: کہ تم اپنے گھر میں بیٹھواور اپنے شوہر کی اطاعت کرو،جب مرض میں اضافہ ہوا تو دوبارہ اس عورت نے یہی کہلوا بھیجا کہ مرض میں اضافہ ہو چکا ہے کیا آپ مجھےاجازت دیتے ہیں کہ میں اپنے باپ کی عیادت کوجاؤں*
*آنحضرت ارشاد فرمایا: گھر میں بیٹھو اور اپنے شوہر کی اطاعت کرو،*
*باپ مرگیا ہیغام بھیجا کہ کیا اسکے جنازےمیں شرکت کرلوں؟*
*آنحضرت نے ارشاد فرمایا: گھر میں رہو اور اپنے شوہر کی اطاعت کرو،جب وہ شخص(باپ) دفن ہو گیا*
 *تو رسول خدا صلی اللہ علیہ و آلہ وسلم نے اس خاتون کو پیغام بھیجا کہ تونے اپنے شوہر کی اطاعت کی اسکے سبب اللہ نے  تیرے اور تیرے باپ کے گناہوں  کو بخش دیا ہے*

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*📚1۔بحارالانوار جلد 22صفحہ 145*

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*📿اللھم صل علی محمد وآل محمد وعجل فرجھم📿*
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