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* बेहतर जीवन के लिए पांच उसूल_ *dastan no 56

* ﷽✨✨✨✨ *
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 * कहानी नंबर  *56
 * * बेहतर जीवन के लिए पांच उसूल_ *
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 * * हज़रत अली इब्ने अबी तालिब (अस)ने इरशाद फरमाया,
आए कुमैल,किसी भी हाल में हक बोलने से गुरेज ना करो ,परहेजगार लोगों से दोस्ती रखो ,फासिकों और गुनाह गारों से  डरे रहो और ख़यानत करने वाले से दोस्ती ना करो
 *👉🏻🔷🔹 *
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 * * पहला उसूल_ *
 * अपने पूरे जीवन में हक का समर्थन करें, चाहे  कठिन परिस्थितियों में हो या राहत में, चाहे आप सिंहासन पर हों या गरीबी में, जीवन के सभी हाल में सच बोलें और सत्य सुनें *

 * _ दूसरा सिद्धांत_ *
 * परहेजगार से दोस्ती रखें क्योंकि  मूत्तकी और परहेजगार लोग आपसे अल्लाह के लिए मित्रता करेंगे और जीवन की कठिन परिस्थितियों में आपको कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे, उनकी मित्रता का लाभ यह है कि वे आपको गुनाह करने से रोकेंगे। *

 * तीसरा सिद्धांत_ *
 * गुनहगारों से दोस्ती न करें क्योंकि वे आपको और आपके परिवार को गुनाह से आलुदा करेंगे, इसलिए अपने और अपने परिवार की रक्षा के लिए गुनहगारों से मित्रता न करें *
 4️⃣* चौथा सिद्धांत_ *
 * हज़रत अली (अ.स.) ने हुक्मरानों से दूर रहने और पाखंडियों से सावधान रहने का हुक्म दिया।  ऐसा इसलिए है क्योंकि पाखंडी हर समाज में पाए जाते हैं। उन्हें समाज से अलग करना मुश्किल है, इसलिए उनकी चाल और हिले से सावधान रहें।

 * * पांचवां सिद्धांत_ *
 * जो व्यक्ति विश्वासघात करता है, वह मित्रता और रिफाकत के लायक नहीं है_ *

 * * अगर इस शब्द को गंभीरता से लिया जाए और इसे अमल में लाया जाए तो समाज में कई बदलाव हो सकते हैं_ * * • ┈┈ रेफरेंस *बेहारुल अनवार जिल्द,74सफा,413
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*✨✨✨✨✨ ﷽✨✨✨✨*
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*📖☀️بہتر زندگی کے لئے پانچ اُصول_*
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*✍🏻☀️مولائے متقیان حضرت علی بن ابی طالب(؏) ارشاد فرماتے ہیں_*
*🔷🔹_یاکُمَیْلُ! قُلِ الْحَقَّ عَلى کُلِّ حال وَ وادِّ الْمُتَّقینَ وَ اهْجُرِ الْفاسِقینَ وَ جانِبِ الْمُنافِقینَ وَ لا تُصاحِبِ الْخائِنینَ_*
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*🔷🔹👈🏻اے کمیل_ کسی بھی حال میں حق بولنے سے گریز نہ کرو، پرہیزگار لوگوں سے دوستی رکھو، فاسقوں اور گنہگاروں سے دُور رہو، منافقین  کے مکر و فریب سے ڈرتے رہو اور خیانت کرنے والوں سےدوستی نہ کرو_*
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*🔹🔷👈🏻تــشــــــریــــــح👉🏻🔷🔹*
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*🔷🔸👈🏻 پہلا اُصول_*
*ساری زندگی حق کا ساتھ دو، خواہ مصیبت کے حالات ہوں یا راحتی کے، چاہے تخت نشین ہو یا خاک نشین زندگی کے تمام لمحات میں حق بات کہو اور حق بات سنو_*

*🔷🔸👈🏻 دوسرا اُصول_*
*پرہیزگاروں کے ساتھ دوستی رکھو کیونکہ متقی و پرہیزگار لوگ اللّه کی رضا کے لئے تم سے دوستی رکھیں گے اور زندگی کے مشکل حالات میں کبھی تمہیں تنہا نہیں چھوڑیں گے، ان کی دوستی کا فائدہ یہ ہے کہ یہ تمہیں گناہ کرنے سے روکیں گے_*

*🔷🔸👈🏻 تیسرا اصول_*
*گناہگاروں سے دوستی نہ کرو کیونکہ وہ تمہیں اور تمہارے خاندان کو گناہ سے آلودہ کر دیں گے اس لئے اپنی اور اپنے خاندان کی حفاظت کے لئے گنہگاروں سے دوستی نہ کرو_*

*🔷🔸👈🏻 چوتھا اصول_*
*حضرت علی(؏) نے فاسقین سے دوری اختیار کرنے کا حکم دیا اور منافقین سے ہوشیار رہنے کے لئے کہا ہے۔ یہ اس وجہ سے ہے کہ منافقین ہر معاشرے میں پائے جاتے ہیں انہیں معاشرے سے جدا کرنا مشکل ہے لہذا ان کے مکر و فریب اور حیلے سے ہوشیار رہنا چاہیئے_*

*🔷🔸👈🏻 پانچواں اصول_*
*خیانت کرنے والا شخص دوستی اور رفاقت کے لائق نہیں ہوتا_*

*🔷🔸👈🏻 اگر اس کلام میں دقّت کی جائے اور اسے عملی جامہ پہنایا جائے تو معاشرے میں بہت سی تبدیلیاں آسکتی ہیں_*        *•┈┈•┈┈•┈┈••⊰⊰✿✿⊱⊱••┈┈•┈┈•┈┈••* 
*📚☀️حوالہ_ بحـــار الانــوار، جـــ 74، صـــ 413_* 
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*📿امام_زمانہ (عج) کے ظھور  میں  تعجیل  کے لئے صلوات___ألـلَّـھُــــــمَــ ؏َـجــــــــــِّـلْ لِوَلــــــیِـڪْ ألــــــــــْـفـــــَـرَج!📿*
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