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formula,जन्नत जाने का ,dastan no29

* ﷽✨✨✨✨ *
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 _ * कहानी नंबर _29 *
 * Formula "जन्नत जाने का " *
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 * "नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) एक ऊँट पर सवार थे और एक युद्ध में जा रहा थे जब एक अरब उनकी ख़िदमत में आया और उसने ऊँट को रोक दिया और अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से कुछ बताने के लिए कहा।  कि मैं जन्नत तक पहुँच जाऊं !! पवित्र नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने कहा: !!  जिस तरह का अख्लाक तू काहेता है कि लोग तेरे साथ रखें ,वहीं अखलाक तू उनके साथ रख,और जिस तरह का अखलाक तू पसंद नहीं करता कि ऐसा खलक लोग तेरे साथ ना रखें तू उनके साथ भी ना रख। ("*आज के इस दौर में हर आदमी चाहेता है कि दूसरा आदमी मेरे साथ अच्छे से पेश आए और मेरा दिल खुश करे अपने अखलाक से लेकिन हम कुछ भी नहीं करना चाहेते जब की जिस तरह हम दूसरों से चाहते हैं वहीं हम उनके लिए करें तो शायद किसी की तमन्ना पूरी हो जाए जिससे वो और उसका खुदा दोनों राज़ी हो जाएं।)
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 * संदर्भ: "दस्तानाई उसूल काफ़ी, मोहम्मद मोहम्मदी इश्तारदी, पृष्ठ  457।"
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*✨✨✨✨✨ ﷽✨✨✨✨*
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*📖"بہشت جانے كا فارمولا"*
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*✍🏻"رسول اكرم صلى اللہ عليہ و آلہ اونٹ پر سوار ہو كر كسى جنگ پر نكل رہے تھے كہ ايک عربى انكى خدمت ميں حاضر ہوا اور اونٹ كو روک كر رسول اللہ صلى اللہ عليہ و آلہ سے پوچھا  كہ مجھے كوئى ايسا عمل بتائيں كہ ميں جنت ميں پہنچ جاؤں!!۔ رسول عظيم الشان صلى اللہ عليہ و آلہ نے فرمايا كہ!!: جس طرح كا اخلاق تو چاہتا ہے كہ لوگ تيرے ساتھ ركھيں وہى اخلاق تو ان كے ساتھ ركھ!!۔ اور جس طرح كا اخلاق تو پسند نہيں كرتا كہ ايسا اخلاق لوگ تمہارے ساتھ نہ ركھيں اس طرح كا اخلاق لوگوں كے ساتھ نہ ركھ"*
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*📚حوالہ"داستانہاى اصول كافى،محمد محمدى اشتہاردى، ص، ۴۵۷"*
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*📿امام_زمانہ (عج) کے ظھور  میں  تعجیل  کے لئے صلوات___ألـلَّـھُــــــمَــ ؏َـجــــــــــِّـلْ لِوَلــــــیِـڪْ ألــــــــــْـفـــــَـرَج!📿*
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